हिन्दू समाज की सोई शक्ति को जगाने का काम कर रही है शौर्य गाथा
मऊ। 2 जुलाई 2023 : वर्तमान में हिन्दू समाज को उसकी शक्ति याद दिलाना राष्ट्ररक्षा के लिए सबसे आवश्यक है। जैसे जामवंत जी ने बजरंगबली को उनके बल की पहचान कराई, वैसे ही शौर्य गाथा के माध्यम से हिंदुओ की शक्ति को जगाने का प्रयास किया जा रहा है। इस देश में सोमनाथ जैसे असंख्य मंदिरों को तोड़ा गया, उनकाह अस्तित्व समाप्त करने की कोशिश की गई। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण सोए हुए हिन्दू समाज मे चेतना का जागृत न होना था लेकि अब हमें इतिहास से सीखते हुए अपने शौर्य को पहचान कर, अपने महापुरुषों से प्रेरणा लेकर संघर्ष करना चाहिए। ये बात मऊ में आयोजित शौर्य गाथा 2023 कार्यक्रम में कथावाचक आचार्य शांतनु जी महाराज ने कही। आचार्य शांतनु जी महाराज ने कहा कि आजादी के 77 साल बाद भी इस देश में भारत माता की जय बोलने में घबराते हैं। इस देश में कुछ ऐसे देशद्रोही रहते हैं जो खाते यहां का है और इसे तोड़ने की साजिश भी करते हैं। महाराणा प्रताप ने अपनी मिट्टी को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। गुरु गोविंद सिंह के बच्चों ने अपने धर्म को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। शिवाजी ने धर्म की रक्ष