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Showing posts from July, 2021

विश्व हेपेटाइटिस दिवस : सही खान पान से करे अपना बचाव

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प्रयागराज : विश्व हेपेटाइटिस दिवस के उपलक्ष्य पर आज मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में प्रेसवार्ता की गयी | कार्यक्रम के सम्बन्ध में नोडल अधिकारी एवं जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. ए.के तिवारी ने पत्रकार बन्धुओं को संबोधित करते हुए बताया कि हेपेटाइटिस एक संक्रामक बीमारी हैं जो कि एक संक्रमित व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता हैं यह एच.आई.वी की तरह ही फैलता हैं | ये असुरक्षित यौन सम्बन्ध, एक इंजेक्शन ( सुई )का दोबारा प्रयोग, टैटो जैसे गतिविधियों के द्वारा फैलता हैं | उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी.सी काफी खतरनाक साबित होता हैं | और सही समय पर जानकारी हो जाने पर इलाज भी संभव हैं | उन्होंने बताया कि जनपद में शिविर लगाकर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सी.एच.सी स्तर पर जाँच की गयी हैं | एवं सभी सी.एच,सी के हेपेटाइटिस केंद्र पर जाँच के लिए किट उपलब्ध करा दी गयी हैं | और शहरी क्षेत्र में अब इसकी जाँच एवं इलाज तेज बहादुर सप्रू बेली अस्पताल में एक माह से हेपेटाइटिस उपचार केंद्र स्थापित किया गया हैं जहाँ निशुल्क उपचार की सुविधा भी दी जा रहा हैं | अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सत्येन राय ने कहा ए

प्रयागराज : ग्रामीण क्षेत्र का कोई बच्चा अब बाल श्रम करने के लिए मजबूर नहीं होगा, PGS ने शुरू की मुहिम

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   प्रयागराज : स्वास्थ शिक्षा व अन्य बुनियादी योजनाओं के लाभ से वंचित समुदाय के लोगों को अब भटकना नहीं पड़ेगा। शनिवार को ह्यूमन लिबर्टी नेटवर्क उत्तर-प्रदेश की सदस्य संस्था प्रगति ग्रामोद्योग एवं समाज कल्याण संस्थान के सभागार में मास्टर ट्रेनर के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, मनरेगा, जीपीडीपी व डीसीपीसी योजनाओं के बारे में उन्हें विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया गया। अब यह मास्टर ट्रेनर जनपद के 250 गांव में 5000 चैम्पियंस को प्रशिक्षित करेंगे। यह चैम्पियंस वंचित समुदाय को योजनाओं का लाभ दिलाकर सक्षम बनाएँगे। ताकि किसी परिवार का कोई बच्चा बाल श्रम करने के लिए मजबूर ना हो। कार्यक्रम अधिकारी आकांक्षा श्रीवास्तव इस संदर्भ में संस्था की कार्यक्रम अधिकारी आकांक्षा श्रीवास्तव ने बताया कि चयनित 5000 चैम्पियंस का प्रशिक्षण जुलाई माह के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ये चैंपियन गांव के लोगों के शिक्षा, स्वास्थ, मनरेगा व बाल विकास आदि मुद्दों पर 1 अगस्त से सुचारू रूप से काम करना शुरू कर देंगे। आज प्रशिक्षण में जनपद के मेजा, कोरावं, जसरा, शंकरगढ़ व गंगापार

घर-घर दस्तक देकर क्षय रोगियों की हो रही पहचान

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  प्रयागराज, 23 जुलाई 2021 : दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर क्षय रोगियों (टीबी) की भी पहचान की जा रही है | वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग से मुक्त करने के संकल्प को पूरा करने के तहत यह कदम उठाया जा रहा है | समुदाय की भागीदारी को बढ़ाने के लिए यह नई व्यवस्था की गई है। सक्रिय क्षय रोगी की सूचना देने पर 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी | जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ए.के तिवारी ने बताया कि जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह एक से 31 जुलाई तक चलाया जा रहा है | इसी के तहत 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलाया जा रहा है, इस दौरान क्षय रोगियों को खोजा जा रहा है। अभियान के सभी कार्यकर्ता आशा व आंगनबाड़ी को इस बारे में प्रशिक्षण दिया गया हैं | कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्क्रीनिग कर रही हैं । संभावित रोगियों की टीबी जांच कराई जाएगी और पुष्टि होने पर नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था है। पोषण योजना के तहत मरीजों को पोषण युक्त खानपान के लिए इलाज के दौरान प्रतिमाह पांच सौ रुपये बैंक खाते में दिए जा रहे हैं । पी.पी.एम को-ऑर्डिनेटर धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया - दस्

कोरोनाकाल में अनाथ हुए 135 मासूमों को मिलेगा आर्थिक लाभ,

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  प्रयागराज : कोविड संक्रमण की वजह से माता-पिता या इनमें से किसी एक को खोने वाले 135 निराश्रित बच्चों को बृहस्पतिवार को आर्थिक मदद पहुंचाई जाएगी।  इन्हें तीन महीने की पहली की किस्त के रूप में 12 12 हजार रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री लखनऊ में इस योजना की शुरुआत करेंगे। यहां एनआईसी में सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसी क्रम में जिले के लाभार्थियों को प्रमाण दिए जाएंगे। कोविड की वजह से माता- पिता को खोने वाले बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की घोषणा की गई है। इसके लिए निराश्रित बच्चों को हर महीने चार हजार रुपये दिए जाएंगे। पूर्व में पहली किस्त के रूप में ही छह महीने की राशि दिए जाने की घोषणा की गई थी। फिलहाल तीन महीने के लिए ही बजट उपलब्ध कराया गया है। इसके लिए यहां 195 बच्चों ने आवेदन किया है। इनमें से 135 के आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं। शेष 60 के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि बृहस्पतिवार को पात्र पाए गए 135 बच्चों के खाते में 12-12 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह राशि जुलाई, अगस्त और सितंबर महीनों

पैरों और हाथों में सूजन, हाथी पांव व हाइड्रोसिल होते हैं फाईलेरिया के लक्षण

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  प्रयागराज: जनपद प्रयागराज में फाईलेरिया उन्मूलन अभियान के अन्तर्गत आई.डी.ए 2021 कार्यक्रम का संचालन दिनांक 12 जुलाई से 26 जुलाई 2021 तक किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर राय ने बताया कि फाईलेरिया एक घातक बीमारी हैं ये सलेंट रहकर शरीर को ख़राब करती हैं जिसकी जानकारी समय पर लगभग नहीं हो पाती हैं | इस बीमारी को ख़तम करने के लिए हमें हर बार अभियान में दवा का सेवन पूरे परिवार के साथ जरुर करना चाहियें | आनन्द कुमार सिंह जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जनपद की कुल जनसख्यां 68,16,207 है तथा लक्षित जनसंख्या 57,93,446 है जिन्हे आई.डी.ए -2021 कार्यक्रम के तहत तीन दवाओं (अल्बेन्डाजोल, डी.ई.सी, आइवरमैक्टिन) का सेवन टीमों के माध्यम से ड्रग एडमिनिस्टैटर्स (आशा, आंगनबाड़ी, एन.जी.ओ सदस्य) द्वारा कराया जाना है। जनपद के ग्रामीण व नगरीय लक्षित जनसंख्या को ड्रग एडमिनिस्टैटर्स द्वारा 4,635 टीमों के माध्यम से दवाओं का सेवन खुराक के अनुसार कराया जाना है। नगरीय क्षेत्र/ब्लाक स्तर पर आई.डी.ए-2021 कार्यक्रम में लगी टीमों का पर्वेक्षण करने हेतु 773 सुपरवाइजर लगाये गये है। नगरीय क्षेत

विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा करेगा परिवार कल्याण के लिए कई बेहतर उपाय

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प्रयागराज : आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी, इस बार विश्व जनसंख्या दिवस की इस थीम पर जनपद में विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा चलाया जा रहा हैं | परिवार नियोजन के अंतर्गत आने वाले सभी दंपत्तियों को परिवार नियोजन के समस्त स्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में परामर्श देकर उनको उनकी सुविधा एवं इच्छानुसार उसके साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। परिवार कल्याण के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्येन राय है कि कीजनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की शुरूआत 11 जुलाई से  गई है, जो 31 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान आशा अपने-अपने कार्य क्षेत्र की आबादी में योग्य दंपति को चिन्हित करेंगी। योग्य दंपति यानि जिनको परिवार नियोजन के बारे में परामर्श की आवश्यकता है। चिन्हित दंपति को परिवार नियोजन के लिए बास्केट ऑफ चॉइस के बारे में बताया जायेगा। इस दौरान जनपद के ब्लाक और गांव में मोबाईल पब्लिसिटी वैन से परिवार नियोजन का सन्देश जोर शोर से प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है। इस बार के कार्यक्रम में डिजिटल प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सएप, एसएमएस आदि की पूरी मदद ली जाएगी। साथ ह

ब लड़खड़ाने की जगह दौड़ेगा बचपन, दिव्यांग बच्चें भी भर सकेंगे उड़ान

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  प्रयागराज : बच्चों में जन्म के समय पैर टेढ़े-मेढ़े होने पर इलाज के लिए अब परिजनों को कहीं और भटकना नहीं पड़ेगा । जिला अस्पताल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत ऐसे बच्चो का चिन्हीकरण आंगनबाड़ी केंद्र तथा स्कूल में टीम के द्वारा किया जाता हैं । साथ ही डिलेवरी पॉइंट पर जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों को चिन्हित कर उपचार हेतु सम्बंधित संस्था को जानकारी देकर उपचार शुरू कर दिया जाता है। जिसके बाद उनकी जिंदगी लड़खड़ाएगी नहीं बल्कि दौडे़गी। गर्भ में ही कुछ बच्चों के पैर टेढ़े मेढ़े हो जाते हैं। बच्चों के जन्म के बाद इस बीमारी को सामान्य बोलचाल में जन्मता दोष और मेडिकल की भाषा में क्लब फुट कहते हैं। बच्चे के जन्म लेने के बाद अंदर की ओर घूमे हुए पैरों के पंजे या फिर चलने में दिक्कत होने पर अक्सर परिजनों को चिंता सताती रहती थी कि उनका बच्चा शायद ही कभी अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा। जनपद में ऐसे कई परिवार हैं, जिनको यह बात सताती रहती है कि उनके बच्चे कभी अपने पैरों पर ठीक से खड़े हो पाएंगे या नहीं। इसके लिए उनका इलाज कराने के लिए दौड़भाग करते थे। ऐसे परिवारों को राहत देने के लिए न

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव

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  प्रयागराज : :उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ अब वह बच्चे भी उठा सकेंगे जिनके परिवार या संरक्षक की वार्षिक आय तीन लाख रूपये तक है। इससे पहले इस योजना का लाभ दो लाख रूपये सालाना आय वाले परिवारों के बच्चों को ही दिए जाने का निर्णय लिया गया था। वार्षिक आय का दायरा बढ़ा दिए जाने से अब अधिक से अधिक बच्चों को योजना से लाभान्वित किया जा सकेगा। ज्ञात हो कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए आर्थिक और शैक्षिक मदद पहुँचाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गयी है। जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा ने बताया कि यह शासनादेश योजना को लेकर एक सकारात्मक कदम है। इससे ज्यादा से ज्यादा निराश्रित बच्चे इस योजना का लाभ ले सकेंगे। अभी तक जनपद में 135 बच्चों को चिन्हित किया गया है। इनमें से 104 बच्चों का सत्यापन पूरा हो चुका है। प्रशासन अपने स्तर पर पात्र बच्चों की जानकारी एकत्र कर रहा है । इसके साथ ही नए आवेदनों का भी इंतजार है। उन्होने कहा कि योजना के तहत मासिक वित्तीय सहायता एवं अन्य सभी लाभ पाने के लिए वह निराश्रित बच्चे पात्र होंगे जिनके माता-पिता व संरक्षक की मृत्य