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Showing posts from October, 2022

:डेंगू के अन्डे 10 माह तक निष्क्रिय अवस्था में भी रहते हैं जिंदा

  डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से अहतियात का करें विशेष पालन आप सुक्षित रहेंगे तो अपने भी होंगे सुरक्षित: डीएमओ   •              डेंगू के अन्डे 10 माह तक निष्क्रिय अवस्था में भी रहते हैं जिंदा •              पानी के स्रोतों खत्म करने के बाद भी टलता नहीं डेंगू का खतरा •              साफ सुथरे शहरी इलाकों में रहने वालों को डेंगू का ज्यादा खतरा   कौशाम्बी :    जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू बीमारी को नियंत्रित करने के लिए नियमित प्रयासरत है। इसी क्रम में आभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने के अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में लार्वानाशक छिड़काव , फॉगिंग और सोर्स रिडक्शन किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि “ डेंगू के मच्छर साफ जगह (नमी या ठहरा हुआ साफ पानी) पर पनपते हैं। ऐसे लोग जो शहर में या साफ सुथरी जगह रहते हैं उन्हें डेंगू के मच्छर से विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत है। डेंगू का मच्छर केवल सुबह के समय ही काटता है। दोपहर और रात को यह नमी वाली जगह या ठहरे हुए साफ पानी पर छिप जाता है। यह मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ सकता। इस कारण केवल पैरों से लेकर घुटनों तक (लोअर ल

कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में संक्रमण के बाद खतरा अधिक

  कौशाम्बी 27 अक्टूबर 2022: समय पर डेंगू के लक्षण पहचान कर बीमारी को गंभीर रूप लेने से रोका जा सकता है। डेंगू के लक्षण शुरुआत में फ्लू के जैसे हो सकते हैं। इसलिए चिकित्सक की सलाह के अनुसार पहले जांच कराएँ फिर रिपोर्ट के आधार पर इलाज शुरू करें। डेंगू के मरीज व जनसमुदाय डेंगू के सामान्य लक्षण को भी गंभीरता से लें व पूरे अहतियात के साथ पूरा इलाज कराएं। डेंगू को लेकर जरा सी लापरवाही पड़ सकती है जीवन पर भारी। यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्राका।   उन्होने कहा कि “ रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण बच्चे व बुजुर्गों के साथ-साथ ऐसे लोग जो डायबिटीज , टीबी , एचआईवी और कैंसर से पीड़ित हैं उन्हें डेंगू का खतरा ज्यादा है। डेंगू संक्रमित होने पर ऐसे लोगों में प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगता है व इन्हें रिकवर होने में अन्य लोगों की तुलना में अधिक समय लग सकता है। इसके अलावा यदि किसी को पहले भी डेंगू बुखार हो चुका है और दोबारा फिर से संक्रमित हो जाता है तो डेंगू संक्रमण का जोखिम उस व्यक्ति को अधिक रहता है। “   खुद न बनें डॉक्टर , प्रमाणित चिकित्सालय में कराएं इलाज डॉक्टर की सलाह

डेंगू से बचाव के लिए सुबह के समय अहतियात का करें विशेष पालन : जिला मलेरिया अधिकारी

   डेंगू के अन्डे  10   माह तक निष्क्रिय अवस्था में  भी रहते हैं जिंदा ·           पानी के स्रोतों खत्म करने के बाद भी टलता नहीं डेंगू का खतरा ·           साफ सुथरे शहरी इलाकों में रहने वालों को  डेंगू का  ज्यादा खतरा   प्रयागराज  :    जिला स्वास्थ्य विभाग   डेंगू   बीमारी को नियंत्रित करने के लिए नियमित प्रयासरत है। इसी क्रम में   आभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने के अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में लार्वानाशक छिड़काव ,  फॉगिंग और सोर्स रिडक्शन किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने  जन समुदाय से अपील करते हुए यह  कहा है कि “डेंगू से बचाव के लिए  सुबह  के समय अहतियात का करें विशेष पालन।“ उन्होने कहा कि  “डेंगू के मच्छर साफ जगह (नमी व    साफ   और   ठहरा हुआ पानी) में पनपते हैं। ऐसे लोग जो शहरों में या साफ सुथरी जगह रहते हैं उन्हें डेंगू के मच्छर से विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत है। डेंगू का मच्छर केवल सुबह के समय ही काटता है। दोपहर और रात को यह नमी वाली जगह या ठहरे हुए साफ पानी पर छिप जाता है। यह मच्छर ज्यादा ऊंची उड़ान नहीं भर सकता। इस कारण केवल पैरों से लेकर घुटनों तक (लोअ

कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में डेंगू के संक्रमण के बाद खतरा अधिक

  प्रयागराज  :   समय पर डेंगू के लक्षण पहचान कर बीमारी को गंभीर रूप लेने से रोका जा सकता है। डेंगू के लक्षण शुरुआत में फ्लू के जैसे हो सकते हैं। इसलिए चिकित्सक की सलाह के अनुसार पहले जांच कराएँ फिर रिपोर्ट के आधार पर इलाज शुरू करें। डेंगू के मरीज व जनसमुदाय डेंगू के सामान्य लक्षण को भी गंभीरता से लें व पूरे अहतियात के साथ पूरा इलाज कराएं। डेंगू को लेकर जरा सी लापरवाही पड़ सकती है जीवन पर भारी। यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह का। उन्होने कहा कि  “ रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण बच्चे व बुजुर्गों के साथ-साथ ऐसे लोग जो डायबिटीज ,  टीबी ,  एचआईवी और कैंसर से पीड़ित हैं उन्हें डेंगू का खतरा ज्यादा है। डेंगू संक्रमित होने पर ऐसे लोगों में प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगता है व इन्हें रिकवर होने में अन्य लोगों की तुलना में अधिक समय लग सकता है। इसके अलावा यदि किसी को पहले भी डेंगू बुखार हो चुका है और दोबारा फिर से संक्रमित हो जाता है तो डेंगू संक्रमण का जोखिम उस व्यक्ति को अधिक रहता है। “ खुद न बनें डॉक्टर ,  प्रमाणित चिकित्सालय में कराएं इलाज डॉक्टर की सलाह के बिना सामान्य बुखार या

टीबी के प्रति भेदभाव मिटाने की अलख जगा रहीं टीबी चैंपियन नेहा

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प्रयागराज  : टीबी को हराकर टीबी चैम्पियन बनी नेहा ( 27 वर्ष) बीते आठ माह से लगातार टीबी से जुडी भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास कर र ही हैं। नेहा टीबी मरीजों के घर जाकर उनके परिवार को मरीज से भेदभाव न करने की सलाह देते हुए मरीज को इलाज के लिए परामर्श देने का काम कर र ही हैं। अभी तक लगभग 76 क्षय रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को नेहा सलाह और परामर्श दे चुकी हैं। इनमें से 27 टीबी के मरीज टीबी को हरा कर स्वस्थ हो चुके हैं। नेहा बताती हैं कि “मैं टीबी मरीज व उसके परिवार के सदस्यों से बात कर ती हूँ इससे मुझे घर का माहौल समझने का मौका मिलता है। टीबी मरीज के लिए जितनी जरूरी दवा और पोषण है , उतना ही जरूरी घर व आस पास का सकारात्मक माहौल है। यदि माहौल अच्छा है तो बीमारी से उबरना ज्यादा आसान हो जाता है। हमें यह समझना होगा कि “टीबी मरीजों को समाज से तिरस्कार नहीं प्यार चाहिए” इसलिए उसके हौसले को न टूटने दें। जब मुझे टीबी थी तब मुझे समाज से तिरस्कार मिला इसलिए मैंने टीबी को हराने के बाद यह ठान लिया कि अब मैं टीबी मरीजों के हौसले को मजबूत करने का कार्य करूंगी । जिला क्षय तोग अधिकारी डॉ॰

भारत तिब्बत सहयोग मंच, काशी प्रांत अध्यक्ष आचार्य किशोर जी महाराज का प्रयागराज में हुआ भव्य आगमन

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प्रयागराज : आज 9 अक्तूबर को भारत तिब्बत सहयोग मंच काशी प्रांत अध्यक्ष आचार्य किशोर जी महाराज का प्रयागराज आगमन हुआ।  जहां पर प्रयागराज युवा विभाग के कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका स्वागत, सम्मान किया गया। और आचार्य जी द्वारा तवांग यात्रा सम्बन्धी वार्ता सहित आगे की कार्यकारिणी विस्तार पर विस्तृत चर्चा किया गया। आगामी 20 अक्टूबर को "चीन का बहिष्कार तथा उसके पुतला दहन" कार्यक्रम को सम्पन्न कराने से संबंधित निर्णय भी लिया गया। इस अवसर पर भारत तिब्बत सहयोग मंच प्रयागराज जिला युवा विभाग अध्यक्ष हिमांशु दुबे, महामंत्री विजेंद्र पाठक, जिला प्रचार प्रमुख अजय मिश्रा, उपाध्यक्ष कुमुद कांत त्रिपाठी, जिला मंत्री अंकित गुप्ता, जिला कार्यकारिणी सदस्य विशाल पांडे और अखिल भारतीय रामराज्य परिषद के अध्यक्ष सहित विभिन्न पदाधिकारी गण मान्य लोग उपस्थित रहे। सूचना : हिमांशु दुबे, जिला अध्यक्ष युवा विभाग, भारत तिब्बत सहयोग मंच प्रयागराज । 

मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह 10 से 16 अक्टूबर तक, होंगे कई कार्यक्रम

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कौशाम्बी : तनाव, चिंता किसी भी समस्या का हल नहीं बल्कि कई अन्य समस्याओं का वह जन्मदाता होता है। इससे सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याएं व मोटापा व्यक्ति के स्वभाव को चिड़चिड़ा कर उसके जीवन की खुशियां व चेहरे की मुस्कान चुरा लेता है। शारीरिक व मानसिक तौर पर यह चुनौतियां तनाव से लड़ने की हमारी क्षमता को कमजोर करती हैं। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर रखना चाहिए। पूरी दुनिया में इसलिए विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है ताकि लोग अपने मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रख जीवन को मस्त रख सकें। इसी क्रम में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का शुभारंभ सोमवार को किया जाएगा। शासन के निर्देश पर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 10 से से 16 अक्टूबर तक जनपद में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मनाया जाना प्रस्तावित है। इसका उद्देश्य लोगों में मानसिक विकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए इस वर्ष की थीम "सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य व कल्याण को वैश्विक प्राथमिकता बनाइए“ है। आयोजित होंगे विभिन्न का

लोगों में मानसिक विकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना हमारा उद्देश्य : नोडल

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 प्रयागराज 7 अक्टूबर 2022: तनाव, चिंता किसी भी समस्या का हल नहीं बल्कि कई अन्य समस्याओं का वह जन्मदाता होता है। इससे सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याएं व मोटापा व्यक्ति के स्वभाव को चिड़चिड़ा कर उसके जीवन की खुशियां व चेहरे की मुस्कान चुरा लेता है। शारीरिक व मानसिक तौर पर यह चुनौतियां तनाव से लड़ने की हमारी क्षमता को कमजोर करती हैं। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर रखना चाहिए। पूरी दुनिया में इसलिए विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है ताकि लोग अपने मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रख जीवन को मस्त रख सकें। इसी क्रम में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का शुभारंभ मंगलवार को किया जाएगा। शासन के निर्देश पर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 10 से से 16 अक्टूबर तक जनपद में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मनाया जाना प्रस्तावित है। इसका उद्देश्य लोगों में मानसिक विकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए इस वर्ष की थीम “"सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य व कल्याण को वैश्विक प्राथमिकता बनाइए“ है। आयोजि

विशेष संचारी रोग नियन्त्रण एवं दस्तक अभियान एक अक्टूबर से

 विशेष संचारी रोग नियन्त्रण एवं दस्तक अभियान एक अक्टूबर से  दस्तक अभियान की टीम, बताएगी संचारी रोगों से बचाव के तरीके   कौशाम्बी- 29 सितम्बर 2022 : जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान व दस्तक अभियान की तैयारी पूरी कर ली गई। इसके अंतर्गत अन्तर्विभागीय जिला स्तर व ब्लाक स्तर की बैठक, आशा का प्रशिक्षण, कार्यक्रम की रणनीति आदि सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है। इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने दी। जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने बताया कि जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत दस्तक अभियान एक अक्टूबर से शुरू हो रहा है। यह अभियान 31 अक्टूबर 2022 तक चलेगा। 7 से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी व आशा संगिनी घर-घर जाकर बुखार, क्षय रोग के लक्षण, खांसी व सांस लेने में दिक्कत वाले रोगियों और कुपोषित बच्चों की लाइन लिस्टिंग कर सूची बनाएंगी। एएनएम सूची को ब्लॉक मुख्यालय भेजेंगी। जांच, उपचार की व्यवस्था के साथ लक्षण युक्त मरीज के लिए नि:शुल्क परिवहन के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था सह

विफ्स कार्यक्रम को प्रगति देने के लिए संपन्न हुई एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला

प्रयागराज : पीएसआई- इंडिया संस्था के सहयोग से   सीएमओ कार्यालय सभागार में   शुक्रवार को   मास्टर कोचेस (कमेटी) की बैठक हुई। साथ ही यहां   राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) का एक दिवसीय प्रशिक्षण भी हुआ।   अपर मुख्य चिकित्साधिकारी आरसीएच डॉ सत्येन राय   के निर्देशन में   अर्बन नोडल अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ रावेन्द्र सिंह ने   आयोजन की   अध्यक्षता की।     अर्बन नोडल अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के साथ ही पोर्टल पर इसकी फीडिंग सही तरह से हो इसकी जिम्मेदारी प्रभारी चिकित्साधिकारी की हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए मास्टर कोचेस से विस्तृत चर्चा की।     बैठक में मास्टर कोचेस ने इस दौरान परिवार नियोजन सेवाएं , टीकाकरण और प्रसव सेवाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। संस्था की कृति ने प्रेजेंटेशन के जरिए मास्टर कोचेस के कार्य को समझाया।   टीसीआइएचसी- पीएसआई इंडिया के कृति ने संस्था के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संस्था 4 वर्षों से शहरी क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रमों को बेहतर बनाने एवं तेजी ला

निक्षय पोषण योजना व निक्षय मित्र के सहयोग से टीबी मरीज को पूरा पोषण मिल रहा : मुख्य विकास अधिकारी

  निक्षय मित्र हुए सम्मानित व पोषण किट पाकर टी.बी. मरीजों के खिले चेहरे टीबी को हराने में पोषण व स्वछता की भूमिका सबसे अहम : जिला पंचायत अध्यक्ष निक्षय पोषण योजना व निक्षय मित्र के सहयोग से टीबी मरीज को पूरा पोषण मिल रहा : मुख्य विकास अधिकारी   प्रयागराज 30   सितंबर 2022: कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में मंगलवार को पोषण आहार वितरण के मेगा अभियान का आयोजन हुआ। जहां 25 टी.बी. मरीजों को पोषण किट का वितरण किया गया व टीबी मरीजों के स्वास्थ्य एवं पोषण का ख्याल रखने वाले छह निक्षय मित्र को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया । यह कार्यक्रम जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ॰ वीके सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी सिपू गिरी ने निक्षय मित्र के योगदान की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नानक सरन ने किया।   जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ॰ वीके सिंह ने कार्यक्रम में टीबी मरीजों को संबोधित करते हुए कहा कि “कुपोषण व गंदगी हर बीमारी की जड़ है। बीमारी को हराना है तो अच्छा पोषण शरीर को देना होगा व अपने व्यवहार में स्व

यह सुनिश्चित करें कि यह ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं

प्रयागराज : विश्व हृदय दिवस ( 29 सितंबर) का दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम अपने हृदय के स्वास्थ्य पर ध्यान दें और यह सुनिश्चित करें कि यह ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं। आज विश्व हृदय दिवस के मौके पर इसी क्रम में जनपद के काल्विन अस्पताल , सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर भी हृदय सम्बन्धी रोगों की जागरूकता रोकथाम और प्रबंधन में सुधार के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ नानक सरन का। डॉक्टर नानक ने बताया कि वर्ष 2022 में विश्व हृदय दिवस की थीम "यूज हार्ट फॉर एवरी हार्ट" के अनुसार ही कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह थीम एक दूसरे का समर्थन करके हृदय रोग से लड़ने के लिए दुनिया भर के लोगों को एकजुट करने पर केंद्रित है।   नोडल अधिकारी एन.सी.डी सेल डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि विश्व हृदय दिवस के अंतर्गत जनपद में स्क्रीनिग कैम्प का आयोजन कर विशेषज्ञों के माध्यम से हृदय संबंधी रोगों पर चर्चा व हृदय स्वास्थ्य पर जनमानस को जागरूक किया जायेगा | आयोजित शिविर में हाईपरटेंशन , डायबिट