बदलते मौसम में अपना और बच्चो का रखे खाश ख्याल  

 प्रयागराज : जिले में बदलते मौसम में बुखार, खांसी, सर्दी जुकाम और डेंगू जैसे अन्य संक्रामक बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसलिए इस मौसम में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नानक सरन का कहना है कि बदलते मौसम में खानपान और सफाई पर ध्यान देकर बीमारियों से बच सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नानक सरन ने बताया कि कुछ इलाकों में बुखार के मरीज मिल रहे हैं। ऐसे क्षेत्रों में निगरानी समिति एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम भी निरीक्षण कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजित किया जा रहा है। सीएमओ ने लोगों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करें। भीड़ में जाने से बचें, मास्क का प्रयोग करें और हाथ निरंतर धोते रहें क्योंकि कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है।  

जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने जनसमुदाय से अपील की है कि मच्छरों से बचने के लिए अपने आस पास साफ-सफाई रखे, तथा जलभराव वाली जगह पर बेहद सावधानी बरते जैसे पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें एवं सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। बुखार होने पर निकट के स्वास्थ्य केन्द्र पर रक्त की जांच एवं उपचार कराएँ । सभी सरकारी स्वाथ्य सुविधाओं पर जांच एवं उपचार की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है । इसलिए स्वयं से कोई दवा लेकर न सेवन करें।

डेगू के लक्षण व बचाव – डेंगू  बीमारी की शुरूआत तेज बुखार और सिरदर्द व पीठ में दर्द से होती है। शुरू के दिनों में शरीर के जोड़ों में दर्द होता है, आंखे लाल हो जाती है। डेंगू बुखार दो से चार दिनों तक होता है उसके बाद शरीर का तापमान धीरे-धीरे अपने आप नार्मल होने लगता है। बुखार के साथ ही साथ शरीर में खून की कमी होने लगती है। डेंगू से बचने के लिए मच्छरों के प्रकोप से बचना चाहिए। अपने घरों के आसपास पानी को इकठ्ठा न होने दे। इसीलिए घर के आसपास जलभराव न होने दें, मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी बांह के कपड़े पहनें और घर के अंदर जानवरों को न रखें।

मलेरिया के लक्षण व बचाव - तेज बुखार से ठंड लगना, उल्टी दस्त, तेज पसीना आना तथा शरीर का तापमान 100 डिग्री सेटीग्रेड से उपर बढ़ जाना, सिर दर्द, शरीर में जलन तथा मलेरिया में बुखार आने पर शरीर में कमजोरी होना। मलेरिया से बचाव के लिए घर के आसपास पानी को एकत्रित न होने दे। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करे। नीम के पत्ती का धुंआ करे। अपने घर के नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर रक्त की जांच अवश्य करवाने का कार्य करे। बुखार होने पर तुरंत इसकी जांच कराएं, अगर जांच में मलेरिया पाया जाता है तो पूरे 14 दिन तक गोली खाएं ।

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