प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में प्रथम स्थान पर कौशाम्बी

 कौशाम्बी  : पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और समुचित पोषण के उद्देश्य से जनवरी 2017 में पूरे देश में शुरू की गयी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में उत्तर प्रदेश ने कीर्तिमान स्थापित किया है । चार साल में इस योजना के तहत 33 हज़ार 904 महिलाओं का पंजीकरण कर सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली व धात्री महिला को तीन किश्तों में 5000 रूपये प्रदान किये गए हैं।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना कार्यक्रम के नोडल डॉ. अरुण कुमार आर्या ने बताया कि योजना की शुरुवात 2017 जनवरी में हुई हैं और तब से अब तक 33 हज़ार 904 महिलाओं का पंजीकरण किया गया हैं और 2020-21 के दौरान 9970 पंजीकरण किये गए जिसके तहत महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा हैं उन्होंने बताया कि प्रदेश में जनपद कौशाम्बी का छटवां स्थान हैं और मंडल में यह प्रथम स्थान पर हैं | योजना में आशा कार्यकर्ताओं की भी अहम् भूमिका रही, समुदाय तक योजना के प्रचार-प्रसार और लाभार्थी को चिन्हित कर योजना के तहत पंजीकरण कराने में उन्होंने भरपूर प्रयास किया । इस तरह सभी के सम्मिलित प्रयास से उपलब्धि हासिल हुई जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।

योजना के राज्य नोडल अधिकारी राजेश बांगिया का कहना है कि शुक्रवार (12 मार्च) को प्रदेश को यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई । उनका कहना है कि वर्ष 2017 से 2020 के दौरान प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत प्रदेश में कुल 71,85,847 पंजीकरण किये गए थे और वर्ष 2020-21 के दौरान 28,22,605 पंजीकरण करके प्रदेश एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गया । आज के आंकड़े पर नजर डाली जाए तो यह 1,00,08,452 पर पहुँच चुका है । कोरोना काल में जहाँ बहुत सी योजनाएं प्रभावित हुईं थीं वहीँ इस योजना के तहत महिलाओं का बराबर पंजीकरण हो रहा था और उनके खाते में बराबर धनराशि भी पहुँच रही थी । श्री बांगिया का कहना है कि इस कार्य में प्रदेश के लगभग सभी जिलों ने पूरी दिलचस्पी दिखाई, जिससे यह कार्य संभव हो पाया।

तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रूपये :

पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है । बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए, निजी अकाउंट ही मान्य होगा। पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं । प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

इस योजना का लाभ पाने के लिए अब घर बैठे ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है । इसके तहत www. pmmvy-cas.nic.in पर लॉगिन करेंगे तो मोबाइल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आएगा, साइट पर ओटीपी डालकर संबंधित फॉर्म भर कर आवेदन किया जा सकता है । ऑफ़लाइन की व्यवस्था पहले की ही तरह चल रही है । इसके अलावा राज्य स्तर से हेल्प लाइन नंबर 7998799804 भी जारी किया गया है । इस नंबर पर लाभार्थी कॉल करके योजना के आवेदन संबंधी तथा भुगतान में आ रही समस्या का निराकरण प्राप्त कर सकते हैं ।

 

Comments

Popular posts from this blog

बिशप मॉरिस दान और राकेश चतरी के ख़िलाफ़ हिंदूवादी संगठनों से जुड़े अधिवक्ताओं और छात्रों का प्रदर्शन

अम्बेडकर जयंती के अवसर पर वार्ड नं० 36 में हुआ पूजा, भजन व भंडारा

त्रिवेंद्र सिंह रावत के समर्थन में हुआ महिला जागरुकता कार्यक्रम