तिरुचिरापल्ली नेशनल कॉलेज में हुई पुस्तक कलर्स ऑफ़ ब्लड पर चर्चा

 लखनऊ: नेशनल कॉलेज,तिरुचिरापल्ली में हुई पुस्तक कलर्स ऑफ़ ब्लड पर चर्चा। साथ ही डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्व विद्यालय की शिक्षक डॉ अलका सिंह का विशेष व्याख्यान हुआ। डॉ अलका सिंह ने कहा लैंगिक समानता समेत अन्य महिला मुद्दों और साहित्य के अनूठे आमेलन में सामाजिक न्याय एवं उलझे संवादों का आधिकारिक माध्यम है सशक्त कविता।

नेशनल कॉलेज के पी जी एंड रिसर्च डिपार्टमेंट, तिरुचिरापल्ली में डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्व विद्यालय लखनऊ की शिक्षिका डॉ अलका सिंह की पुस्तक "कलर्स ऑफ़ ब्लड" पर हुई विशेष चर्चा। डॉ सिंह ने अंग्रेज़ी साहित्य के विस्तृत स्वरूप और सृजनात्मक लेखन एवं अकादेमिक महत्व पर विशेष व्याख्यान दिया। कविता में माहवारी चक्र के सांस्कृतिक, सामाजिक, लैंगिक समानता, अकादमिक शोध , चिन्तन और मनन हेतु सृजनात्मक शक्ति और साहित्य पर चर्चा की।

कार्यक्रम में नैशनल कॉलेज, तिरुचिरापल्ली के वाइस प्रिंसिपल डॉ आर एलवारसु, प्रिंसिपल आर सुंदररामन, राइटर्स फोरम की कोऑर्डिनेटर और फैकल्टी एम एन वी प्रिया अन्य शिक्षक तथा डेढ़ सौ से भी ज्यादा प्रतिभागी ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से भी जुड़े।वहीं अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भी चंडीगढ़ युनिवर्सिटी, मोहाली पंजाब में भी पुस्तक रही चर्चा का विषय।

Comments

Popular posts from this blog

लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविधालय के संयुक्त कुलसचिव संजय दिवाकर ने आखिरकार दांव पेंच लगा कर विश्वविद्यालय पर दबाव बना पुरानी पेंशन पाने का आदेश पारित कराया

हिंदू कर्मचारी का जबरन धर्मांतरण कर बनाया गया ईसाई, मामला दर्ज

MahaKumbh 2025: गुप्त नवरात्रि में माता शीतला पूजन, अन्न क्षेत्र और निःशुल्क चिकित्सा सेवा का भव्य आयोजन