मेरठ लिटेररी फेस्ट में पुस्तक विमोचन व साहित्य लेखन के साथ पठन पाठन पर हुई चर्चा

 समाचार डेस्क : तीन दिवसीय मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल(March 26 मार्च 28) में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रवीन्द्र प्रताप सिंह की पुस्तक " कोरोना और आम आदमी की कविता " का विमोचन हुआ। जहां एक ओर प्रोफेसर रविंद्र प्रताप सिंह की पुस्तक के इस संकलन में महामारी ,समाज और संस्कृति पर केंद्रित कविताएं जीवन के विविध पक्षों पर दार्शनिक विश्लेषण प्रस्तुत करती नजर आई वहीं मेरठ विश्व विद्यालय के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो विकास शर्मा की पुस्तकों का भी विमोचन हुआ।

उनके द्वारा लिखी पुस्तकों "आई ए एस टुडे", "मेडिसिन: लाइट एंड ट्विलाइट", "राह के पत्थर", "४९८ए" पर चर्चा भी हुई। फेस्टिवल में एक खास सत्र डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्व विद्यालय, लखनऊ की शिक्षिका डॉ अलका सिंह की पुस्तक "कलर्स ऑफ़ ब्लड" के सन्दर्भ में "लिट्रेचर विद ए कॉस" पर हुआ। शुरुआती सत्र का आरंभ मेरठ विश्व विद्यालय की कुलपति प्रो संगीता शुक्ला एवं उप कुलपति प्रो वाई विमला ने किया।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इस लिटरेरी फेस्ट में इग्नू की उप कुलपति प्रो सुमित्रा कुकरेती, बी एच यू वाराणसी से डॉ सत्यपाल शर्मा, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से डॉ निशा सिंह, एल आर कॉलेज, साहिबाबाद से डॉ जी एल गौतम, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति, प्रो आनंद त्यागी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से डॉ कुलदीप सिंह समेत देश के प्रख्यात साहित्यकारों, कलाकारों, शिक्षकों समेत भारी संख्या में छात्रों ने भी प्रतिभाग किया।

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