टीबी लक्षण युक्त लोगों की जांच में तेजी लाने के लिए डीटीओ ने दिया निर्देश
प्रयागराज : जिला क्षय रोग कार्यालय में बुधवार को ट्रूनॉट मशीन के रख रखाव और सैंपल जांच के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान जिले के सभी लैब टेक्नीशियन (एलटी) और लैब टेक्नीशियन सुपरवाइजर (एसटीएलएस) को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके तिवारी ने प्रतिभागियों को टीबी लक्षण युक्त लोगों की जांच में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए।
टीबी की जांच करने वाली ट्रूनॉट मशीन की विशेषता बताते हुए प्रशिक्षक अनुराग ने बताया कि बैटरी से चलने वाली यह एक छोटी सी मशीन टीबी के साथ यह कोरोना की भी जांच कर सकती है। प्रशिक्षक प्रशांत ने बताया कि यह मशीन डीएनए में लक्षण पहचानने की तकनीक का इस्तेमाल करती है। जसरा सीएचसी में तैनात लैब टेक्नीशियन कविता नायर ने बताया कि मशीन में खराबी आने पर तत्काल अपने अधिकारी को सूचित करें।
डॉ. एके तिवारी ने बताया कि टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीबी मरीजों की जांच ट्रूनॉट मशीन से नि:शुल्क की जा रही है। यह मशीन सैंपल लेने के दो घंटे के अंदर टीबी की रिपोर्ट दे देती है। यह मशीन जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा, चाका, शंकरगढ़, मांडा, कोरांव, मेजा, धनुपुर, फूलपुर, प्रतापपुर, कौड़िहार, सोरांव अन्य सीएचसी समेत शहर के मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय में उपलब्ध है। इसके जरिये कम समय में जांच के बेहद विश्वसनीय नतीजे प्राप्त किए जा सकते हैं। ट्रूनेट से टीबी के गंभीर मामलों का पता लगाना बेहद आसान होता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी की अपील
डॉ. तिवारी ने टीबी मरीजों से अपील की है कि वह अपना इलाज बीच में न छोड़ें। उन्होंने आमजन से अपील की है कि टीबी संभावित की जांच अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर करवाने में मदद करें ।
टीबी के लक्षण
- वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना
- शाम को बुखार का आना और ठंड लगना ,रात में पसीना आना
- लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना
- खांसी के साथ खून का आना
- छाती में दर्द और सांस का फूलना
Comments
Post a Comment