आयुर्वेदिक व यूनानी चिकित्सक करेंगे टीबी मरीजों को रेफर

 प्रयागराज : आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व यूनानी चिकित्सक टीबी मरीजों को इलाज के लिए निकटतम पी०एच०सी / सी०एच०सी०, जिला चिकित्सालय या क्षय रोग नियंत्रण केंद्र विभाग रेफर करेंगे। भारत से टी०वी० उन्मूलन के लक्ष्य प्राप्ति के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय ने विशेष गाइडलाइन जारी की है।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एके तिवारी ने बताया कि क्षय रोग को जनस्वास्थ्य की सबसे बड़ी समस्या के रूप में देखा जा रहा है। देश में अत्यधिक मृत्यु के लिये यह बीमारी उत्तरदायी है। इस कारण निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को सूचना प्रदाताकर्ता के रूप में भारत सरकार के निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत किए जाने का निर्देश प्राप्त हुआ है। ताकि मरीज को जरूरी इलाज देने के साथ-साथ उसपर निगरानी रखी जा सके। प्रति टीबी मरीज की सूचना देने पर शासन की ओर से आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक के अलावा यूनानी चिकित्सक के खाते में 500 रूपये प्रोत्साहन राशि भेजी जाएगी।

उन्होने बताया कि सभी आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी क्षेत्र के निजी चिकित्सक को आदेशित किया गया है की उनके क्लीनिक पर ऐसे लक्षण युक्त क्षय रोगी जिसे दो हफ्ते से लगातार खांसी आ रही हो, बुखार हो, पसीना लगातार आता हो, बलगम में खून आता हो व लगातार वजन घट रहा हो, उन्हें तत्काल जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र पर जांच के लिए रेफर करें। इसके साथ ही ऐसे मरीजों के परिवार व निकटवर्ती सम्पर्क में रहने वाले लोगों के टी०बी० संक्रमण की स्कीनिंग एवं संक्रमण की पुष्टि पर टी०बी० प्रिवेन्टिव ट्रीटमेंट निःशुल्क प्रदान किया जाए।

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