टीकाकरण गति बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधि आ रहे आगे

 कौशांबी: कोरोना की दूसरी लहर ने जनजीवन को हिला कर रख दिया हैं और बड़े प्रयास के बाद अब जिले में जिस तरह से कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह से काबू पाया जा रहा है, यह कहीं न कहीं जनपदवासियों में इस वायरस से लड़ने में उनकी जागरूकता का ही परिणाम है| ऐसे में अब और भी जरुरी हो गया है, कि यह संक्रमण दोबारा जिले में न फैलने दिया जाएँ | जिसके लिए जनपदवासियों के सहयोग बहुत जरुरी हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी.एन चतुर्वेदी ने कहा कि अगर हमें कोरोना को हराना है तो अपना और अपने सगे सम्बन्धियों को टीकाकरण के प्रति जागरूक कर टीका लगवाना होगा |उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक टीकाकरण किया जा सके इसके लिए गाँव-गाँव जाकर शिविर का आयोजन कर टीकाकरण किया जा रहा हैं | इसी क्रम में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 18 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के 14164 लोगों का कोरोना से बचने के लिए प्रथम डोज का टीकाकरण किया गया। और 45 वर्ष से ऊपर 78337 लोगों का प्रथम डोज एवं 13266 का द्वितीय डोज का टीकाकरण किया गया |

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ हिन्द प्रकाश मणि ने कोरोना टीकाकरण के बाद होने वाली समस्याओं को लेकर कहा है कि टीकाकरण के बाद होने वाली समस्याओं से घबराएं नहीं | टीका लगने वाली जगह पर दर्द, सूजन या लाली आना, हल्का बुखार, सिर दर्द, मामूली कमज़ोरी या जोड़ों में थोड़ा बहुत दर्द होना साधारण बात है, जो कुछ दिनों में ठीक हो जाएंगे। किसी भी तरह का टीका लगने के बाद हल्का-फुल्का दर्द या शिकायत होती है, जिससे घबराने की जरूरत नहीं है | ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि यह हमारे शरीर का रक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है, जब भी कोई बाहरी चीज़ हमारे शरीर के अंदर प्रवेश करती है तो हमारा शरीर अपना तापमान बढ़ा कर उस बाहरी चीज़ से लड़ती है |

इसी कारण बुखार आता है, साथ ही जो शरीर में पहले से एंटीबाडीज हैं वह आपकी प्रतिरक्षा करती हैं जिससे आपको सिर भारी,कमजोरी इत्यादि लग सकती हैं। इसलिए इनसे ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। कंपकपी या दर्द अनुभव होने का मतलब यह है कि वैक्सीन आपके शरीर को वायरस को पहचानने और उससे लड़ने की ट्रेनिंग दे रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है जो हम सभी को कोरोना से बचा सकता है, इसलिए सभी लोग टीका जरुर लगवाएं |

सर्विलांस ऑफिसर यश अग्रवाल ने बताया कि टीकाकरण गति को तेज़ करने के लिए जनपद में अधिकारी, कोटेदार, ग्रामप्रधान, शिक्षक, धर्मगुरु का सहयोग लिया जा रहा हैं ताकि हम अधिक से अधिक लाभार्थी तक पहुँच सके | हर दिन टीकाकरण के लिए अलग मैक्रोप्लान तैयार किया जाता हैं और तय रणनीति के अनुसार सत्र लगाया जाता हैं | उन्होंने बताया की जनमानस की सतर्कता और कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के साथ ही पिछले छ दिनों में एक भी एक्टिव केस सामने नहीं आया हैं |

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