कौशांबी : कोविड संक्रमण प्रबंधन पर हुयी मॉकड्रिल

कौशांबी। कोविड की तीसरी लहर की संभावना और ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर चुका है। अपर मुख्य सचिव के निर्देशानुसार संभावित कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए शुक्रवार को राज्य नोडल अधिकारी ने आलमचंद व बीएसएल-2 लैब का निरिक्षण किया वही दूसरी और कड़ा में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर अलोक कुमार कोविड मॉक ड्रिल कर अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया।

राज्य नोडल अधिकारी डॉ एमके सिंह (संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) ने जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ॰ यश अग्रवाल के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आलमचंद कोविड एल-1 अस्पताल का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में अधीक्षक डॉ॰ सुनील कुमार सिंह, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ अभिषेक कुमार व डॉ ज्योति मिश्रा कि मौजूदगी में अस्पताल में मौजूद चिकित्सा व्यवस्थाओं को परखा गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ के.सी राय ने बताया कि संभावित कोविड-19 की तैयारियों को परखने के लिए राज्य स्तर से नोडल नामित हुए हैं । ताकि पूरी गतिविधि का उचित मूल्यांकन हो सके। सभी अधिकारी मॉकड्रिल का पर्यवेक्षण कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। मॉकड्रिल से आपात स्थिति में तैयारियों का आंकलन करने में बहुत मदद मिलती है। मॉकड्रिल के बाद सभी नोडल अधिकारी जो रिपोर्ट देंगे उसके आधार पर यदि कोई कमी पायी जाती है तो व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जायेगा ।

तैयारियां दुरुस्त

सर्विलांस ऑफिसर यश अग्रवाल ने बताया कि सीएचसी आलमचंद 50 बेड युक्त यह अस्पताल है। सभी बेड पर ऑक्सीजन कन्संट्रेटर 5 व 10 लीटर तक उपलब्ध हैं। आपातकाल परिस्थितियों से निपटने हेतु ऑक्सीजन सिलेन्डर की भी सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही ऑक्सीजन सपोर्टेड आइसोलेशन बेड व कोविड केयर के लिए स्टाफ, उपकरण, दवाइयाँ, सपोर्ट सर्विसेस, टेली कन्सल्टेशन की सुविधाएं यहाँ उपलब्ध हैं। इसके साथ दो एचडीयू के बेड भी वाईपैप मशीन के साथ क्रियाशील हैं।

आरटीपीसीआर की रिपोर्ट अब कौशांबी में उपलब्ध

राज्य नोडल अधिकारी ने अलामचंद अस्पताल  में स्थापित कोविड आरटीपीसीआर की बीएसएल-2 लैब का निरीक्षण किया। इस बीएसएल-2 लैब की गुणवत्ता को परख कर आईसीएमआर ने लैब को मंजूरी दे दी है। एक सप्ताह बाद से यहाँ टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी। अब कोविड आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल प्रयागराज के जिला अस्पताल स्वरूपरानी भी जाएंगे। इससे जनपद वासियों को बहुत सहूलियत मिलेगी।

आलमचंद अस्पताल को जनरेटर का इंतजार

आलमचंद अस्पताल में उपलब्ध उपकरणों को चलाने के लिए बिजली या जनरेटर की जरूरत पड़ती है। यह उपकरण बिजली के कट जाने पर इनवर्टर से नहीं चल सकते। ऐसे में बिजली की पूर्ति तो है पर आपातकाल समय में इन उपकरणों को चलाने के लिए जनरेटर की कोई व्यवस्था अस्पताल में अभी तक नहीं है। इसके लिए जनरेटर की मांग हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शासन को पत्र के माध्यम से प्रेसित किया है। इसके साथ ही आज मोकड्रिल में राज्य स्तर के नोडल अधिकारी ने अस्पताल परिसर में जनरेटर की उपलब्धता न होने पर उसकी रिपोर्ट शासन को देंगे।

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