गुरु नानक इंग्लिश मीडियम स्कूल में हिजाब पर लगा प्रतिबंध

 वाराणसी : शिक्षण संस्थानों में ड्रेस कोड का पालन न करने वाले विद्यालय मीडिया की सुर्खियों में बने हुए है। इस बीच प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शिवपुर स्थित गुरु नानक इंग्लिश मीडियम स्कूल में ड्रेस कोड का विवाद अब शांत होता दिख रहा है। आखिरकार स्कूल की प्रधानाचार्या निर्मला राठौर को स्कूल में हिजाब को प्रतिबंधित करना ही पड़ा। स्कूल में हिजाब को प्रतिबंधित करने के लिए धरना प्रदर्शन करने वाले समाजसेवी हिमांशु चतुर्वेदी को न्यायालय ने भी जमानत दे दी है।

जानिए क्या है पूरा मामला 

ड्रेस कोड का उल्लंघन करते हुए गुरु नानक स्कूल में मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर आ रही थी। इसकी शिकायत स्कूल के छात्रों ने प्रधानाचार्या से की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। छात्र इस सम्बद्ध में अपनी शिकायत लेकर सामाजसेवक हिमांशु चतुर्वेदी के पास गए। हिमांशु ने विद्यालय प्रधानाचार्या निर्मला राठौर से मुलाक़ात की व विद्यालय में हिजाब पहनकर छात्राओं के आने का लिखित जवाब मांगा। प्रधानाचार्या ने कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

मजबूरन हिमांशु अपने कुछ साथियों के साथ धरने पर बैठ गए। विद्यालय प्रशासन व पुलिसबल ने धरना खत्म करने की अपील की। पर हिमांशु ड्रेस कोड के कानून को विद्यालय में तत्काल लागू करवाने पर डटे रहे। आखिर में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर धारा 151 लगाकर जेल भेज दिया। यह खबर आग की लपटों की तरह राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खी बन गयी। मामले के तूल पकड़ते ही विद्यालय प्रशासन ने आंखें खोली और आनन-फानन में हिजाब पहन कर आ रही छात्राओं को चेतावनी दी गई। अब विद्यालय में ड्रेस कोड कानून का पालन हो रहा है। 

विद्यालय परिसर में हिजाब को अब पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। अब स्कूल के गेट पर शिक्षक बड़ी शक्ति से 'स्कूल यूनिफार्म' की जांच कर रहे हैं। ड्रेस कोड का पालन न करने वाले छात्रों को विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जा रहा  है। इस जीत से स्कूल के छात्र बेहद उत्साहित हैं। वहीं समाजसेवी हिमांशु चतुर्वेदी की हर ओर तारीफ हो रही है।  

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