स्वयं केंद्र पर जाकर एवं आशा की सहायता से पंजीकरण जरुर कराएँ

 कौशाम्बी । पहली बार गर्भवती/धात्री महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और पोषण के लिए पूरे देश में चलायी जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को गति प्रदान के लिए प्रदेश में 21 से 27 तक मातृ वंदना सप्ताह मनाया जाएगा ।

सिफ्सा की अधिशाषी निदेशक व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस सम्बन्ध में पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं । जिसमे उन्होंने बताया हैं कि योजना के अंतर्गत फ़रवरी 2022 तक 54.7 लाख गर्भवती महिलाओं एवं माताओं को लाभ दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके सापेक्ष प्रदेश की उपलब्धि 47.07 लाख दर्ज की गयी जो 86 प्रतिशत रही | वर्ष 2021-22 के वार्षिक लक्ष्य 10.58 लाख के सापेक्ष 8.2 लाख उपलब्धि रही हैं जो कि वार्षिक लक्ष्य का 78 प्रतिशत ही है | जिसे पूरा करने के लिए पंजीकरण अभियान चलने के निर्देश दिए गए हैं |

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कमल राय चन्द ने कहा है कि सप्ताह के दौरान सभी पात्र गर्भवती व धात्री महिलाओं को लाभ पहुँचाने पर जोर दिया जाए । जनसामान्य तक ज्यादा से ज्यादा योजना का प्रचार-प्रसार हो और स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया जाए । हर पात्र लाभार्थी को अपना पंजीकरण अवश्य कराएँ |

गर्भवती को उचित आराम व पोषण की जरूरत के बारे में बताया जाये और नियमित प्रसव पूर्व देखभाल की आवश्यकता बताई जाए क्योंकि एक हृष्ट-पुष्ट शिशु के लिए जरूरी है कि गर्भवती के पोषण का खास ख्याल रखे । हरी साग-सब्जियों व मौसमी फल को नियमित भोजन में शामिल किया करे । गर्भवती को यह भी बताएं कि संस्थागत प्रसव में ही माँ-बच्चे की सुरक्षा निहित है व शिशु टीकाकरण बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है ।
जिला कार्यक्रम समन्वयक ने विष्णु गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2021-22 के वार्षिक लक्ष्य 8508 के सापेक्ष 7997 उपलब्धि रही हैं जो कि वार्षिक लक्ष्य का 94 प्रतिशत है जिसे पूरा करने के लिए शासन की तरफ से आदेश प्राप्त हो चुके हैं | इसी क्रमबद्ध 21 से 27 तक मातृ वंदना सप्ताह मनाया जाएगा जिसमे हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिविर लगा कर ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी को पंजीकृत किया जायेगा |
उन्होंने बताया कि जनपद कौशाम्बी में योजना शुरू होने (1 जनवरी 2017)से लेकर अभी तक 42631 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चूका हैं | साथ ही उनकी राशि बैंक खाते में निर्गत भी की जा रही हैं |

योजना के तहत तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रूपये :
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जनपद कौशाम्बी के नोडल अधिकारी डॉ. एस,एन यादव ने बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है । बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए । पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं । प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं ।

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