अब तक 7 लाख से ज्यादा लोग खा चुके हैं फाइलेरिया की दवा

 कौशांबी :फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जनपद कौशाबी में अब तक सात लाख अट्ठासी हज़ार सात सौ एक (7887701) लोगों को दवा खिलाया जा चुका है। जनपद के सभी क्षेत्र में आशा बहू और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीमें भी लगाई गई हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए विभाग के साथ सहयोगी संस्था डबल्यूएचओ, पीसीआई भी जनमानस से सहयोग की अपील कर रहे हैं। वह घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया के लक्षण और बचाव का तरीका बता रहे हैं। मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम.डी.ए./आई.डी.ए.) कार्यक्रम के अंतर्गत यह अभियान 12 मई से 27 मई 2022 तक चलेगा।

जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने बताया की कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने कार्य क्षेत्र में फाइलेरिया की खुराक लोगों को अपने सामने ही खिला रही हैं। कई मामलों में दवा न खाने की जानकारी पर विभाग के आला अधिकारियों ने कमान सम्हाली व ऐसे परिवार व लोगों से मुलाकात कर उनसे समन्वय बनाते हुए उन्हें फाइलेरिया की दवा खाने के लिए स्वेच्छा से तैयार किया है। अन्य कार्यक्रमों की तरह फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की सफलता के लिये भी समाज और खास तौर पर मीडिया का सहयोग बहुत जरूरी है। जनपद की मीडिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका का निर्वहन किया है।

पदाधिकारी दूर कर रहे भ्रम खिला रहे दवा
गांव कोंडर, ब्लॉक मंझनपुर क्षेत्र में एक परिवार फाइलेरिया की दवा खाने से इनकार कर रहा था। इसकी सूचना मिलते ही उन्हें समझाने खुद एमओआईसी मंझनपुर डॉ अरुण पटेल व सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ के पदाधिकारी उसके घर गए उनकी की व उन्हें दवा खाने के लिए राजी किया। ऐसे ही क्षेत्र के जो भी लोग दवा खाने से मना कर रहे हैं स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें समझाने स्वयं उनके घर तक आ रहे हैं। इसी के मद्देनजर जागरूकता बढ़ाने के लिए क्षेत्र में पोस्टर, बैनर व अन्य सभी प्रचार-प्रसार के तौर तरीकों का सहारा लिया जा रहा है।

अनुपमा मिश्रा ने बताया कि फाइलेरिया की दवा खाली पेट नहीं खानी है। दो साल से कम उम्र के बच्चों को दवा नहीं खिलाई जायेगी। दो से पांच साल तक के बच्चों को डीईसी की एक और एल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। एल्बेंडाजोल को चबा कर खाना है। छह से 14 साल के बच्चों को डीईसी की दो और एल्बेंडाजोल की एक टेबलेट दी जायेगी। जबकि 15 साल या उस से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन और एल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जायेगी। साथ ही आइवरमेक्टिन की गोली पांच वर्ष से ऊपर की आयु वालों को लम्बाई के हिसाब से दी जाएगी |

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