पूरी तरह सुरक्षित है फाइलेरिया की दवा

 कौशाम्बी : उत्तर प्रदेश के 19 जनपदों में दिनांक 12 मई से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (आईडीए) कार्यक्रम शुरू हो चुका है और इसी क्रम में जनपद कौशाम्बी में भी इस कार्यक्रम को प्रारम्भ किया जा चुका है । मु

ख्य चिकित्सा अधिकारी, कौशांबी ने बताया कि इस अभियान में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के अनुसार शारीरिक दूरी (दो गज की दूरी), मास्क और हाथों की साफ़-सफाई का अनुपालन करते हुए प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सभी वर्गों के लाभार्थियों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए फाइलेरिया रोधी दवाओ की निर्धारित खुराक स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा घर-घर जाकर, अपने सामने मुफ्त खिलाई जा रही है एवं किसी भी स्थिति में, दवा का वितरण नहीं किया जा रहा है । ये दवाएं 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़ कर समुदाय के सभी लोगों को खिलाई जा रहीं हैं ।

राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम अधिकारी, डॉ0 वी 0 पी 0 सिंह ने बताया कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम में उपयोग की जाने वाली उच्च-गुणवत्तापूर्ण दवाएं विश्वस्तरीय मापदंडों पर आधारित है और विश्व के सभी फाइलेरिया ग्रस्त देशों में इनका प्रयोग किया जा रहा है और ये दवाएं पूरी तरह सुरक्षित है और इन दवाओं के कारण आज तक किसी भी व्यक्ति की मृत्यु का प्रमाण नहीं मिला है । डॉ 0 सिंह ने यह भी बताया कि प्रदेश के 19 जनपदों में अब तक कुल 79,85,403 (उन्नियासी लाख पचासी हज़ार चार सौ तीन ) लाभार्थियों को फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलायी जा चुकी हैं ।

जनपद कौशाम्बी के नेवादा प्राथमिक केंद्र के दरिया का पुरवा गाँव में 14 वर्षीय बालिका कृति सोनी की मृत्यु के सन्दर्भमें बताया कि परिवार के अन्य सभी सदस्यों सहित उस क्षेत्र के लगभग सभी लोगों ने इन दवाओं का सेवन किया था और उनमें से किसी में भी किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पाया गया । हालाँकि, बालिका की असमय मृत्यु बहुत ही कष्टप्रद है परंतु यदि परिवार जनों द्वारा शव के पोस्टमार्टम की अनुमति दे दी जाती तो उसकी मौत के सही कारणों का पता चल जाता, परंतु चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा और अधिक जानकारियां एकत्रित की जा रही हैं और विभागीय टीम हर संभव प्रयास कर रही है कि बालिका की मृत्यु के सही कारणों का पता शीघ्र लगाया जा सके ।

डॉ 0 सिंह ने समुदाय से अपील की है कि फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन जरूर करे, विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाली ये दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं । यदि दवाई खाने के उपरांत किसी तरह का कोई लक्षण नजर आए तो तुरंत ब्लॉक एवं जिला स्तरीय आरआर टीम को सूचित करें !

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