“ तम्बाकू : पर्यावरण को खतरा ” थीम पर मनाया जा रहा कार्यक्रम

 प्रयागराज : राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम” के अन्तर्गत तम्बाकू नियंत्रण माह को तम्बाकू निषेध जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा हैं। 15 मई से चल रहा कार्यक्रम 15 जून तक चलेगा। इसके अंतर्गत विभन्न जागरूकता कार्यक्रम (रैली,चित्रकला परियोगिता,नुक्कड़ नाटक, वाद विवाद, स्लोगन,भाषण, हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से जिले के स्कूल, कालेज व सभी ब्लाको में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तम्बाकू निषेध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

नोडल एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर सी पाण्डेय ने कहा कि विश्व में लाखों लोग हर वर्ष तम्बाकू सेवन से अपनी जान गवांते हैं | जो क्षय रोग, एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इस भीषण त्रासदी को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाना होगा | यह हमारे आपके जीवन के लिए मीठे जहर के समान है इसको अभी नहीं छोड़ा तो यह आपका जीवन छीन लेगा |

नोडल एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर सी पाण्डेय ने कहा कि विश्व में लाखों लोग हर वर्ष तम्बाकू सेवन से अपनी जान गवांते हैं | जो क्षय रोग, एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इस भीषण त्रासदी को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाना होगा | यह हमारे आपके जीवन के लिए मीठे जहर के समान है इसको अभी नहीं छोड़ा तो यह आपका जीवन छीन लेगा |
जिला सलाहकार डॉ शैलेश मौर्या ने बताया कि GYTS-4 के अनुसार प्रतिदिन 2200 से अधिक भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण मरते हैं तथा भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तम्बाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं । लगभग 95 प्रतिशत मुख का कैंसर तम्बाकू सेवन करने वालों को होता है। उ0प्र0 राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम मे सबका सहयोग एवं जागरूकता अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि धूम्रपान हमारे शरीर के लिए इतना घातक है कि हम अपने जीवन से भी हाथ धो बैठते हैं |
उन्होंने बताया कि सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद ( विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापर तथा वाणिज्य उत्पाद, प्रदाय वितरण व विनियमन ) अधिनियम (सी.ओ.टी.पी.ए) -2003 की धारा 6 के अंतर्गत अठारह वर्ष से कम उम्र के बच्चो को तंबाकू उत्पादों को न बेचना व शिक्षण संस्थानों के निकट 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद की दुकाने नहीं होनी चाहियें इसका पालन न होने पर दुकानदारों के प्रति शासन कार्रवाई के निर्देश प्राप्त हैं |

उन्होंने बताया कि धूम्रपान छोड़ने के 20 मिनट बाद रक्तचाप व हृदयगति सामान्य हो जाती है, 24 घण्टे बाद शरीर से जहरीली गैस निकल जाती है, 72 घण्टे बाद साँस लेना आसान हो जाता है, और 2 से 4 सप्ताह बाद रक्त संचार में सुधार आ जाता है।

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