आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण पाठशाला का आयोजन आज
प्रयागराज : बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग 30 जून को पूरे जनपद के आंगबाड़ी केन्द्रों पर जन मानस एवं लाभार्थियों को विभागीय स्तर से दी जाने वाली सेवाओं, पोषण प्रबन्धन, कुपोषण से बचने के उपाय समेत तमाम मुद्दों पर जागरूक करने के लिये पोषण पाठशाला का आयोजन करेगा।
पोषण पाठशाला का आयोजन दोपहर 12 बजे से दो बजे के बीच एनआईसी के माध्यम से वीडियो कान्फ्रेसिन्ंसग के माध्यम से किया जायेगा । कार्यक्रम का विभाग स्तर से शीघ्र स्तनपान , केवल स्तन पान व सही तकनीक थीम रखा गया है । इस आशय की जानकारी बाल विकास सेवा पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज राव ने दी ।उन्होने सभी से निर्धारित समय पर वेब लिंक के माध्यम से जुड़ने का अपील की है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण पाठशाला में विभागीय अधिकारियों के अलावा विभिन्न विषयों के जानकार के माध्यम से शीघ्र स्तनपान , केवल स्तनपान के महत्व समेत विभिन्न मुद्दों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की जायेगी । इसके अलावा जनपद के 4499 आंगनबाड़ी केन्द्रों से लाभार्थियों के पूछे गये प्रश्नों का उत्तर भी दिया जायेगा । इस कार्यक्रम को लाइव भी किया जायेगा । शिशुओं में शीघ्र स्तनपान व केवल स्तनपान उनके जीवन की रक्षा के लिए एक बूटी से कम नही है, लेकिन समाज में फैले भ्रामक तथ्यों से यह सुनिश्चितन ही हो पाता है | इसलिए विभाग ने मई व जून माह में पानी नहीं – केवल स्तनपान का अभियान चलाया | बाल विकास विभाग ने अपील की है कि सभी इस लिंक से जुड़ें और लाभ ले ।
बाल विकास परियोजना अधिकारी अरविन्द व्यास शंकरगढ़ ने बताया कि बच्चों के लिए मां का दूध दवा के समान माना गया है। शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी लाने के लिए यह आवश्यक है कि नवजात शिशु को जन्म के एक घण्टे के अन्दर स्तनपान जरूर कराया जाए | छह माह की आयुतक केवल स्तनपान ही कराना चाहिए । मां एवं परिवार को लगताहै कि स्तनपान शिशु के लिए पर्याप्त नही है और वह शिशु को अन्य चीजें जैसे कि घुट्टी ,शरबत शहद, पानी पिला देती हैं जोकि गलत प्रभाव डालता हैं । स्तनपान से ही शिशु की पानी की भी आवश्यकता पूरी हो जाती है । इसलिए शीध्र स्तनपान,केवल स्तनपान की अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाना है ।
विभाग स्तर से दिये गये आवश्यक निर्देश
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि विभाग स्तर से तैयारी करने के लिए सभी 22 सी.डी.पी.ओ, 93 सुपरवाईजर मुख्यसेविकाएं , 4499 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी वेब लिंक से जुड़ने का निर्देश दे दिया गया है | इसके लिए विभाग की ओर से पत्र भी जारी कर दिया गया है । आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विभाग से मिले स्मार्टफोन के जरिये कार्यक्रम से जुड़ेगी । इसके साथ ही केन्द्रों पर पंजीकृत गर्भवती व धात्री महिलाएं एवं उनके परिवार के सदस्य भी इस कार्यक्रम से जुड़ेगे | हर आंगनबाड़ी केंद्र से लगभग 10-15 लाभार्थी को कार्यक्रम से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं |
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