क्लब फुट से ग्रसित बच्चों का हुआ इलाज

 प्रयागराज 21 जुलाई 2022 : टेढे़-मेढ़े पंजो (क्लबफुट) के साथ जन्म लेने वाले बच्चों का इलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निःशुल्क किया जाता है। गुरुवार को जनपद के मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में 9 माह की सारथी व चार माह के गनव केशरवानी (रीवा मध्य प्रदेश) का टेनोटोमी किया गया। वहीं 5 माह के मोहमद हुसनैन व 25 दिन के यस गौतम का आर्थोपेडिक सर्जन डॉ॰ रणधीर चौहान ने कास्टिंग किया। 

डॉ॰ रणधीर चौहान ने बताया कि गर्भ में ही कुछ बच्चों के पैर टेढ़े मेढ़े हो जाते हैं। इस बीमारी को क्लब फुट कहते हैं। यह एक सामान्य विकृति है। अगर बच्चे के इलाज में लापरवाही न की जाए तो उनका बच्चा आम बच्चों की तरह सामान्य हो सकता है। ऐसे बच्चे दिव्यांगता का दंश न झेलें इसे लेकर नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) में सहयोगी संस्था मिराकल क्लब फुट क्लीनिक का संचालन कर रही है। आरबीएसके की टीम आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल में बच्चों को चिन्हित करती है।

कौशांबी जनपद के मूरतगंज क्षेत्र की निवासी पूनम देवी अपने बेटे यस गौतम (उम्र,25 दिन) को लेकर अस्पताल पहुंची तब वह बहुत निराश थी। यस के दोनों पैर के पंजे मुड़े हुए हैं। इनका आज रजिस्ट्रेशन हुआ है व चिकित्सकों ने इनकी पहली कास्टिंग (प्लास्टर) की है। इन्हें सात से आठ प्लास्टर अभी और लगेगा उसके बाद इनकी भी टेनोटोमी की जाएगी। पूनम ने बताया कि ‘मैं बहुत परेशान थी पर आज यहाँ आकर यह देख रही हूँ की मेरे जैसे और भी कई परिवार अपने बच्चों को लेकर अस्पताल आए हुए हैं। इन सभी से बात करने पर पता चला है कि जन्म की अपेक्षा अब उनके बच्चों के पैर की स्थिति में बहुत सुधार है। इसी आशा के साथ मैं भी अपने बेटे का पूरा इलाज कराउंगी। 

वहीं घूरपुर के रहने वाले मोहम्मद हुसनैन के पिता मोहम्मद हसनैन ने बताया कि मेरे बच्चे के दोनों पैर जन्मजात टेढ़े हैं। मेरे बच्चे का इलाज चल रहा है। अबकी बार चौथा प्लास्टर बंधा है। अब मैं निश्चिंत हूँ कि अब मेरे बच्चा आम बच्चों कि तरह सामान्य हो सकता है। मैं एक परिजन होने के नाते चिकित्सकों की हर सलाह मानूंगा ताकि मेरे बच्चे का भविष्य सुनहरा कल देख सके।

मिराकल फीट फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी विक्रांत विश्वाश ने बताया कि शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों की कास्टिंग की जाती है। संस्था पाँच साल तक के बच्चों को नि:शुल्क विशेष जूता (ब्रेस) मुहैया कराता है। परिवार को अस्पताल आवागमन के लिए किराया भी देते हैं।

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